देहरादून ( जतिन शर्मा )
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के अंतर्गत ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन के आचार्यो और ऋषिकुमारों ने नीलकंठ मार्ग पर कांवड यात्रा के दौरान कांवडियों को स्वच्छता का संदेश देने के लिये स्वच्छता रैली निकाली ।
“कांवडियों को दिया स्वच्छता का संदेश”
कांवडियों को यात्रा के दौरान स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त वातावरण के बनाये रखने का संदेश दिया। स्वच्छता , उत्तम स्वास्थ्य , मानसिक विकास एवं सामाजिक कल्याण में सुधार के साथ-साथ संक्रमण को रोकने के लिये अत्यंत आवश्यक है ।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने अपने संदेश में कहा कि स्वच्छता और स्वास्थ्य के बीच अत्यंत गहरा संबंध है। हमारा परिवेश स्वच्छ होगा तो स्वास्थ्य जोखिम भी कम होगा । यात्रा के दौरान स्वच्छता बनाये रखना हम सभी की साझा जिम्मेदारी है । कांवड यात्रा में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को स्वच्छता को बढ़ावा देना होगा तभी यात्रा को सुरक्षित बनाया जा सकता है ।
यदि हमारा पर्यावरण स्वच्छ नहीं होगा तो जल और वायु दूषित होगी । यदि हम अपने परिवेश की स्वच्छता के प्रति सजग होंगे तो हमारा पर्यावरण भी स्वच्छ होगा इसलिये आइए , स्वच्छता का हिस्सा बन कर अपने पर्यावरण को स्वच्छ रखने में योगदान दें । स्वच्छता अपनाएं, स्वच्छता बढांए और कांवड यात्रा को स्वच्छ और सुंदर बनाएं ।
“स्वच्छता व्यवहार को अपनाना नितांत आवश्यक”
स्वच्छता की कमी के कारण संक्रमण और बीमारियाँ होने का खतरा बना रहता हैं । कांवड यात्रा के दौरान राजाजी नेशनल पार्क नीलकंठ मार्ग पर कांवडियों के लिये मोबाइल शौचालय की पर्याप्त सुविधायें ने होने के कारण वे खुले में शौच करते हैं जिससे बीमारियाँ फैलने और प्रदूषण बढ़ने का खतरा भी बना रहता हैं इसलिये यह आवश्यक है कि कांवड यात्रा के दौरान पर्याप्त मोबाइल शौचालय , शुद्ध पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था तथा जगह – जगह पर कूडेदान लगे हो ताकि राजाजी नेशनल पार्क में स्वच्छता बनी रहे ।
“स्वच्छता भी एक मूलभूत सेवा”
स्वच्छत रैली में राकेश रोशन , रामचन्द्र शाह, आचार्य संदीप शर्मा , स्वामी सेवानन्द और परमार्थ गुरूकुल के ऋषिकुमारों ने स्वच्छता स्लोगन और नारों के साथ रैली निकाली तथा स्वच्छता अभियान चलाया ।