हरिद्वार ( जतिन शर्मा )
आपको बता दें हमारा मस्तिष्क हमारे शरीर और हमारे सभी गतिविधियों को नियंत्रित करता है।
एक निजी वार्ता में डॉक्टर सलील महाजन ने बताया की मस्तिष्क धमनी विस्फार के बारे में।
आइए जानते हैं : डॉक्टर महाजन ने बताया की इस बीमारी में मस्तिष्क की धमनी का कोई भाग फूल जाता है और इस फूले हुए भाग में रक्त जमा हो जाता है, जो कि बाहर से गांठ या फफोले की तरह दिखता है, जो कि रक्त वाहिका की कमजोरी बनता है।
डॉक्टर महाजन ने बताया की यह वंशानुगत भी हो सकता है, प्रथम श्रेणी में रिश्तेदारों में यदि किसी एक व्यक्ति को मस्तिष्क धमनी विस्फार है तो परिवार के बाकी सदस्यों को बच्चों या भाई या बहन को अपने प्राथमिक देखभाल चिकित्सक से मिलकर चुंबकीय अनुवाद इमेजिंग ( एम. आर. आई. ) करवाई जानी चाहिए। जिससे समय रहते सही जानकारी मिल जाए और समय पर सही इलाज मिल जाए।
डॉक्टर महाजन ने बताया इसके कुछ विशेष लक्षण है इसका आकार बढ़ने पर वशिष्ट के अंदर धमनियों को या तंत्रिकाओं को दबाने के कारण या फिर इसके फटने से गलत प्रभाव सामने आ सकते हैं।
इसमें कुछ लक्षण अमूमन सर में दर्द, बोलने में कठिनाई होना, दिखने में परेशानी होना या तो हरी दृष्टि आंखों के ऊपर या आसपास दर्द या चेहरे के एक तरफ सुन बंद या कमजोरी असंतुलन महसूस होना, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई या अल्पकालिक स्मृति के साथ कठिनाई होना जैसे लक्षण है।
फूटा / टूटा मस्तिष्क धमनी विस्फार
इसके फूटने से लक्षण अचानक आते हैं जो कि ज्यादा तौर पर तेज सिर दर्द से शुरू होते हैं , जिसमें मरीज को बहुत तेज सर में दर्द होता है और कभी-कभी वह अपना मानसिक संतुलन होश खो देता है, ढूंढ लिया तो हरी दृष्टि दिखाई देती हैं।
गर्दन पर बहुत तेज दर्द होता है मरीज को दौरे आना कमजोर महसूस होना शरीर के एक तरफ यह किसी अंग में कमजोरी आना यह एक आपातकालीन स्थिति है जिसमें जल्द से जल्द उपचार की आवश्यकता होती है ।
जानते हैं इसके कारण : यह मस्तिष्क में मौजूद रक्त वाहिकाओं की दीवार में आई कमजोरी के कारण होता है, जिसका सटीक कारण स्पष्ट नहीं है । जिस पर आज भी है रिसर्च चल रही है।
आखिर क्या है कारण और क्या है लक्षण
आइए जानते हैं डॉक्टर सलीम महाजन से : डॉक्टर महाजन का कहना है इसमें कुछ प्रमुख कारण है जैसा कि धूम्रपान, उच्च रक्तचाप, परिवार में अनुवांशिकी अर्थात पीढ़ी दर पीढ़ी होना भी हो सकता है। आयु 40 वर्ष से अधिक होने पर रक्त वाहिकाओं की दीवार कमजोर होने लगती हैं, महिलाओं में पुरुष से ज्यादा यह परेशानी सामने आती हैं, रक्त वाहिकाओं में पहले से कमजोरी होना भी इसका प्रमुख कारण है सिर में अगर कोई गंभीर चोट आई हो वह भी इसका कारण हो सकता है और कोकेन का दुरुपयोग इस बीमारी को निमंत्रण देता है।
निदान कैसे पायें
डॉक्टर महाजन का कहना है की इससे निदान पाने के लिए मरीज को कुछ जाँच कराना अनिवार्य है, जैसे कंप्यूटरीकृत टोमोग्राफी ( सिटी स्कैन ), मस्तिष्क द्रव परीक्षण, चुंबकीय अनुवाद इमेजिंग ( एम आर आई )और सेरेब्रल एंजियोग्राम । यह कुछ ऐसी जाँच है जिसके आधार पर मरीज की वास्तविक स्थिति स्पष्ट होती है और स्थिति अनुसार मरीज का सही इलाज होना तय होता है।