हरिद्वार । बाह्मण बनकर देश व धर्म के लिए सदैव तत्पर रहने के संस्कार गुरू से ही प्राप्त होते है । समाज को सही दिशा पर चलाने के लिए बाह्मण से प्रेरणा मिलती रही है । आचार्य बेला इंडिया टेंपल में स्वामी दिव्याशं वेदांती महाराज के शुभ आशीर्वाद से 11 बटुक ब्राह्मणो का उपनयन संस्कार किया गया ,जिसमें ब्राह्मणो ने धर्म रक्षा करने का संकल्प लिया तथा समाज में धर्म मार्ग को प्रशस्त करने का अनुसरण करने का निर्णय लिया ।
स्वामी दिव्याशं वेदांती महाराज ने कहा कि आज के समय में समाज में हर परिवार को संस्कारो के महत्व को समझना चाहिए और बच्चों को विशेष रूप से संस्कार धारण करने की प्रेरणा देते रहे ।
उन्होने कहा आज के समय में जिस तरह से प्रगति हुई हैं उसी तरह से परिवार में अच्छे संस्कारो का अनुसरण भी होना चाहिए ।
धर्म रक्षा के लिए तैयार रहना चाहिए और बच्चों को विशेष ध्यान देना चाहिए । पाश्चात्य सभ्यता हमारे देश पर बहुत ही तीव्र गति से हावी हो रही है जिस कारण परिवार में भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म की जानकारी बच्चों तक निरंतर पहुचनी चाहिए । सभी को गुरू परंपरा का अनुसरण करते हुए परिवार को धार्मिक मार्ग पर चलते रहना चाहिए । गुरू के महत्व को समझना चाहिए कि गुरू ही परमात्मा का स्वरूप होते है जो अपने शिष्यों तथा संपूर्ण समाज को सही दिशा में चलने की प्रेरणा देते है
कार्यक्रम में मुख्य यजमान अवधेश सिंह भदोरिया एवं राजन पाडें ने उपस्थित सभी संत महापुरुषो का फूल माला से स्वागत किया ।
कार्यक्रम में रिषभ पांडे , अमन पांडे , मोहित , राहुल , शुभम , मनीष , पंडित सुरेंद्र तिवारी , पंडित अभय तिवारी , पंडित ब्रज किशोरानंद आदि उपस्थित रहे ।
आचार्य बेला इंडिया टेंपल में ब्राह्मण दीक्षा पर विशेष आयोजन- स्वामी दिव्याशं वेदांती
