हरिद्वार ( जतिन शर्मा )
हरिद्वार में सभी गंगा घाटों पर भीड़ उमड आयी है । गंगा जी तट हरिद्वार के नीलधारा घाट नंबर 8 , मंगलमय यज्ञ परिवार से पंडित बृज किशोर मिश्रा ने कहा की गंगा दशहरा ज्येष्ठ शुक्ल दशमी के दिन है इसी दिन माँ गंगा का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था जिसके बाद उन्होंने राजा भगीरथ के पूर्वजों का उद्धार किया । जिससे उन्हें मुक्ति मिली इसलिए ऐसी मान्यता है कि इस दिन गंगा जी में स्नान करने का बहुत ही महत्व है । गंगा स्नान के उपरांत दान करने वाले श्रद्धालुओं को कई गुना पुण्य मिलता है और अनेक प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है । इस दिन पानी , शरबत , चीनी , मटका , आम , खरबूजा , हाथ से लाने वाला पंखा इत्यादि दान करने का बहुत महत्व बताया गया है ।
गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान अवश्य करना चाहिए । ऐसी मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से 10 तरह के पापों से मुक्ति होती है । इसमें 3 दैहिक , 4 वाणी और 3 मानसिक पाप हैं । उन्होंने कहा कि मनुष्य को जीवन में एक बार गंगा में स्नान जरूर करना चाहिए और इसके लिए गंगा दशहरा का दिन बेहद शुभ है । यदि आप गंगा में स्नान करने में सक्षम है तो घर में रखे गंगाजल को पानी में मिलाकर उससे स्नान करें । यह भी काफी लाभकारी होता है ।
बता दें गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं के पहुंचने का दौर शुरू हो गया है । प्रशासन को गंगा स्नान के लिए लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है । ऐसे में किसी भी बड़ी अनहोनी से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन ने अपनी कमर कस ली है ।
तमाम गंगा घाटों पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स की तैनाती की जा चुकी है । ट्रैफिक व्यवस्था को बनाने के लिए भी अतिरिक्त पुलिसकर्मी चौक चौराहों पर तैनात किए गए हैं ।
श्रद्धालुओं के वाहनों के बढ़ते दबाव को देखते हुए ट्रैफिक प्लान भी बनाया गया है । जल पुलिस के जवानों और एसडीआरएफ की टीम को भी अलर्ट पर रखा गया है । उत्तराखंड पुलिस डीजीपी अशोक कुमार ने श्रद्धालुओं से पुलिस का सहयोग करने की अपील की है । कहा कि केवल पुलिस इतने बड़े पर्व को अकेले सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से संपन्न नहीं करा सकती । आम जनमानस का सहयोग पुलिस के लिए जरूरी है ।